नागाणी। क्षेत्र में अच्छी बारिष के चलते एक तरफ नदी नाले उपÀान पर हैं। वहीं दूसरी तरफ स्कूली बच्चे जान जोखिम में डालकर बांधों के ओवरपÌलो होने के चलते डबाणी से छापोल जाने वाले मार्ग पर स्थित नदी के रपट पर चल रहे पानी को पार कर स्कूल जाने के लिए मजबूर हैं।
यहां करोडीध्वज बांध ओवरपÌलो होने से चलते नदी पार करने के दौरान यदि बांधों का जलस्तर बढ़ता है, तो हादसा कितना भयावह डबाणी व रेवदर स्कूल में करीब ६० से ७० स्कूल विद्यार्थी प्रतिदिन अपनी जान को जोखिम में डालकर नदी पार करते है। ऐसे में नदी पर कोई जमी होने के चलते कई बार हादसे भी हो चुके हैं, लेकिन वहां पर पुलिया निर्माण को लेकर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। २०१७ में हुई अतिवृष्टि के समय भी इसी पुलिया की रपट पर इसी तरह पानी आया था।
जिसके बाद ग्रामीणों ने कई जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से रपट की निर्माण की मांग की थी लेकिन किसी की ओर से ध्यान नहीं देने के चलते आज फिर स्कूली बच्चों व ग्रामीणों को इस समस्या से जूझना पड़ रहा है। डबाणी और छापोल स्थित नदी पर बना रपट पहले भी एक युवक की जान ले चुका है। २०१७ से की जा रही मांग