इन दिनों साइबरक्राइम में लगातार बढोतरी हो रही है। कई बार लोग अनजाने में साइबर क्राइम के शिकार हो जाते हैं। खासकर महिलाएं साइबर जालसाजों के निशाने पर हैं। बीते कुछ समय में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें ई-मेल व व्हाट्सएप पर लिंक भेजकर, परिचित के नाम से पैसा मांग कर या प्राइजमनी जीतने का झांसा देकर उन्होंने ठगी का शिकार बनाया गया। अगर हम इसके प्रति जागरूक व सावधान होंगे, तो इससे हमें ही क्या समाज को भी कोई नुकसान होगा। साइबर क्राइम से बचाव के लिए जागरूकता ही सबसे बडा हगिथयार है।
सर्तक रहें व चैक करें अकाउंट नंबर
कई बार हमारे पास हमारे किसी परिचित का मैसेज व्हाट्सएप या फेसबुक पर आता है, जो हमसे मदद के नाम पर पैसे मांगते हैं। अगर आप उन्हें कॉल करेंगे तो उनका कॉल पिक भी नहीं होता, वो इसलिए क्योंकि उनका व्हाट्सएप नंबर या अकाउंट हैक हो चुका होता है और हैकर यह पैसा मांग रहे होते हैं। ध्यान रहे कि जिस बैंक अकाउंट नंबर पर पैसा ट्रांसफर करने के लिए कहा गया है वह आपके परिचित का नहीं होगा। ऐसे में किसी भी अपरिचित के कहने पर अपने बैंक अकाउंट की जानकारी न दें और न ही उन्हें पैसे ट्रांसफर करें और न ही व्यक्तिगत जानकारी को किसी के साथ शेयर करें।
ओटीपी नहीं करें शेयर
इसी तरह से प्राइज मनी जीतने के नाम पर कोई मैसेज आपके पास आता है या आपको किसी लिंक पर क्लिक करने के लिए कहा जाता है, तो ऐसे किसी भी प्रकार के मैसेज या लिंक पर पर क्लिक ना करें। अगर आप गलती से क्लिंक कर चुके हैं, तो ध्यान रखें कि इसके बाद आपको किसी भी स्थिति में ओटीपी या कोई अन्य नंबर शेयर नहीं करना चाहिए।
आपकी सुरक्षा स्वयं के हाथो में
वास्तविक दुनिया में होने वाले खतरे से पुलिस आपकी सुरक्षा कर कती है, लेकिन साइबर स्पेर् में हो रहे साइबर अपराध से बचाव की कुंजी आपकी सावधानी और जागरूकता है। इसके लिए आपको हमेशा सर्तक एंव जागरूक रहना होगा। किसी भी प्रकार के अंजान फोन, विडियो कॉल से सावधान रहे, ईमेल लिंक, एसएमएस को स्वीकार या क्लिक न करें। व्यक्तिगत जानकारी को शेयर न करें, व्हाटसप पर प्रसारित होने वाली जानकारी झूठी हो सकती है। किसी भी संदेश को फोरवर्ड करने से पहले उसकी सत्यता की जांच करें और तभी किसी को शेयर या फोरवर्ड करें।