होली के उपलक्ष्य में कला, साहित्य और संस्कृति के त्रिवेणी रुप में विख्यात उड़ान द्वारा आयोजित पंचकल्याण महापुजन मुंबई के आजाद मैदान में बड़े ही हर्षोल्हास के साथ मनाया गया. संपूर्ण भारतवर्ष में ये पहला ऐसा महापूजा का कार्यक्रम है, जो की इतनी बड़ी संख्या में तथा इतने सारे महिला मंडलो द्वारा प्रस्तुत किया जाता है. इस विराट महापूजा में संपूर्ण महाराष्ट्र से करीब १०० जैन महिला पूजा मंडलो की करीबन १००० बहनो ने सतरंगी वेशभूषा और अलग अलग भाव भंगिमा के साथ भाववाही प्रस्तुति देकर सभी को भाव विभोर कर दिया. एक अलग ही दृष्य देखने मिला जब जिनशासन जी बेटियों ने ढोल ताशो की रणकार और संगीत की झंकार के बीच सामूहिक पंचकल्याण महापूजन में अपनी भक्तीमयी प्रस्तुति देकर पूरे माहौल को भक्तिमयी बना दिया.
उड़ान द्वारा आयोजित इस संपूर्ण कार्यक्रम का मंच संचालन भरत एन. कोठारी (कोसेलाव) द्वारा किया गया. कार्यक्रम को अपने गीतों एवं मीठी वाणी से सजाने अहमदाबाद से पधारे युवा जैन संगीतकार श्री त्रिलोकजी मोदी ने भक्ति की मन-मोहित धूम मचाई. श्री त्रिलोकजी मोदी के साथ जैन संगीतरत्न श्री दिलीपजी बाफना और युवा जैन संगीतकार श्री अनिलजी सालेसा ने भी अपनी अभुतपूर्व प्रस्तुति देकर सभी महिला मंडलों को खुब झुमाया संस्था द्वारा उनका बहुमान किया गया. नवकार मन्त्र से शुरु हुआ ये भक्ति का और संगीत का सफर राजस्थानी, गुजराती, मारवाड़ी और हिंदी भक्ति गीतों पर भाई त्रिलोक मोदी ने सभी महिला मंडलों को खुब झुमाया.
सभी भक्त भक्ति में हो चुके थे ओत प्रोत, शब्दों और सूरो का था ऐसा संजोग, समय का नहीं था किसी को ज्ञान, बहनों में दिखा प्रभू भक्ति का नया हर्षोल्हास. आप को बता दें कई महिला मंडल ऐसे थे जिनमें ५० से ६० वर्षो की बहने थी परंतु उनके भाव और नृत्य बेमिसाल थे. उनके आज की तर्ज के गीतों पे गरबा के स्टेप देखते ही बनते थे.
कहते है शब्द या सूरताल ना हो तो कोई भी कार्यक्रम फिका लगता है, पर यहा तो सब एक से बढ़कर एक थे सारी बहनों ने अपने मण्डल के माध्यम से कुछ ना कुछ संदेश दे रहे थी. नेम-राजुल की झाँकी हो या जीव रक्षा पर जयणा का संदेश. या शासन के लिये मर मिटने वाली जिनशासन की बहनें, सतरंगी रंगों में सजी हमारी बहने विविधता मे एकता का संदेश दे रही थी.
इस अवसर पर नाकोड़ा धाम ढेकाले के महासचिव शासन के हर कार्य में तन-मन-धन से समर्पित रहने वाले श्रीमान दिनेश कुमार ज्योतिचंदजी तलेसरा खोड़ निवासी की ओर से हर मंण्डल को ११०० रुपये का कवर देने की घोषणा की गई.
इस कार्यक्रम मे विशेष रुप से फिल्मी हीरोइन सुजाता मेहता, सुप्रसिध्द उद्योगपति श्रीमान केवलचंदजी रतनपतिया चौहान (किलर जीन्स) वरकाणा तीर्थ के अध्यक्ष श्री रमेशजी कोठारी, नाकोड़ा तीर्थ धाम के सचिव समाजसेवी श्री दिनेशजी तलेसरा, ट्रस्टी श्री स्नेहलजी चौकसी, नाकोड़ा तीर्थ के ट्रस्टी सुरेश शाह, परम भैरव भक्त खत्तरगच्च जैन संघ के अध्यक्ष मरुधर गौरव श्री अमृतलाल जी कटारिया, राजस्थान जैन मंच लालबाग के अध्यक्ष समाजसेवी श्री भवँरजी छाजेड़ के साथ समाज के कई गणमान्य नागरिकों ने अपनी उपस्थिती दर्ज की.
इस कार्यक्रम में सर्वोत्तम भक्ति महिला मंडल का प्रथम पुरस्कार १) महावीर महिला मंड़ल – कल्याण द्वितीय पुरस्कार २) श्री वासुपुज्य महिला मंडल – वसई, तृतीय पुरस्कार ३) श्री शांति जिनेश्वर महिला मंडल – डोंगरी, सर्वोत्तम वेशभूषा श्रृंगार – प्रथम पुरस्कार, १) श्री मंगल दर्शन महिला मंडल (खिवानदी), २) द्वितीय पुरस्कार – श्री महावीर महिला मंडल – मझगाँव, ३) तृतीय पुरस्कार – श्री दिव्य भक्ति महिला मंडल – कर्जत.
सर्वोत्तम भावभंगिमा का प्रथम पुरस्कार १) श्री कुसुम विहार महिला मंडल – विरार, २)द्वितीय पुरस्कार – श्री आदिनाथ महिला मंडल – कल्याण, ३) तृतीय पुरस्कार – श्री वासुपूज्य महिला मंडल – अंबरनाथ.
आरती सजावट का प्रथम पुरस्कार १) श्री नाकोड़ा पार्श्वनाथ महिला मंडल – दीपक ज्योति टा@वर, २) द्वितीय पुरस्कार – श्री वासुपूज्य महिला मंडल – अमरनाथ, ३) तृतीय पुरस्कार – श्री सम्भवनाथ महिला मंडल – सांताक्रुज.
सभी विजेता मंडलों को ट्रा@फी देकर सन्मानित किया गया.
इस कार्यक्रम में निर्णायक के रुप में विशेष रुप मेें विशेष रुप से अंजनाजी कोठारी (भिवंडी), सीमाजी जैन (भायखला), ज्योत्स्ना बाफना (अमरनाथ) मंजूजी साकरिया (मुम्बई), अक्षता जैन (मालाड़), चंदा चौपड़ा (मुम्बई) ने अपनी उपस्थिती प्रदान की सभी को मंडल द्वारा ट्रा@फी देकर सन्मानित किया गया.
कार्यक्रम को सफल बनाने संस्था के सभी पदाधिकारियों का तन-मन-धन से सहयोग रहा ये जानकारी उड़ान संस्था के उपाध्यक्ष भरत एन. कोठारी द्वारा दी गई.