खराब कोलेस्ट्रॉल भारतीयों में तेजी से बढ़ती समस्या है। इसे साइलेंट किलर भी कहते हैं, क्योंकि बिना पता चले यह धीरे-धीरे धमनियों की दीवारों पर जमा होता है। इससे प्लाक बनते हैं जो धमनियों को ब्लॉक कर सकते हैं। इससे दिल और दिमाग में टक्त का प्रवाह बाधित होता है, जिससे दिल के रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। शरीर में मौजूद कोलेस्ट्रॉल का लगभग 20 प्रतिशत मस्तिष्क में होता है, जो शरीर के किसी अन्य टिशू की तुलना में अधिक है। खराब कोलेस्ट्रॉल शरीर और मस्तिष्क दोनों के लिए नुकसानदायक है। खान-पान बदलाव कटने के साथ ही अर्ध मत्स्येंद्रासन, आंजनेयासन’ और हस्तपादांगुष्ठासन आदि किए जाएं तो इसे प्राकृतिक तटीके से नियंत्रित कर सकते हैं।
अर्धमत्स्येन्द्रासन पैर फैलाकर फर्श पर बैठ जाएं। बाएं पैट को घुटने से मोड़ें। दाएं पैट को उठाएं और एड़ी को बाएं घुटने के पास रखें। धड़ को थोड़ा दाहिनी ओर मोड़ें औट दाएं घुटने को बाएं हाथ की बगल से दबाते हुए दाएं टखने को पकड़ें। दाहिने हाथ को पीठ के पीछे से बाईं जांघ की ओर ले जाएं, हथेली बाहट की ओर हो। गर्दन को दाहिने कंधे की ओर मोड़ें। कुछ सेकंड रुकें। धड़ और गर्दन को सीधा करते हुए पूर्व स्थिति में आएं। अब बाईं ओर मुड़ने के लिए यही स्टेप्स दोहराएं।