मुंबई – गुजरात के पावागढ़ में जैन तीर्थंकरों की पवित्र मूर्तियों को खंडित करने का विरोध देशभर के जैन समाज द्वारा किया जा रहा है. इस घटना के विरोध में और जैन तीर्थों की सुरक्षा के विषय को लेकर गुरुभगवंत व दक्षिण मुंबई जैन संघ के सदस्यों ने एक बैठक का आयोजन किया. श्री मुंबई जैन संघ संगठन के तत्वावधान में नवजीवन जैन संघ में प. पू. ग. पति श्री नरदेव सागर सूरीश्वरजी महाराज और जैन समुदाय के आचार्य, पंन्यासजी एवं गुरु भगवंतों ने सब का मार्गदर्शन बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में वर्तमान महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मिनिस्टर मंगल प्रभात लोढ़ा ने भी जिन शासन की सुरक्षा के लिए सदैव तन, मन और धन से संपूर्ण सहयोग का वादा किया. इस बैठक में सहभागी होकर लोढ़ा ने सबके समक्ष अपने विचार रखे तथा सदैव संपूर्ण सहकार का आश्वासन दिया. चार दिन पहले कुछ असामाजिक तत्वों ने सम्प्रति महाराजा के समय की बनी हुई.
प्राचीन प्रतिमाओं और शिल्प कृतियों को तोड़कर, पहाड़ के नीचे कचरे में फेंक दिया था. इस घटना से देशभर के समग्र जैनों की आस्थाओं को बहुत गहरा धक्का पहुंचा है. समाज जनों का आरोप है कि इस घटना को लेकर हालोल गांव में जैन संघ के ट्रस्टी जब एफआईआर दर्ज करवाने पहुंचे तो स्थानीय पुलिस ने मामला दर्ज नहीं.
सूरत कलेक्टर ऑफिस के बाहर, सैकड़ों जैन गुरुभगवंत एवं हजारों जैन श्रावक-श्राविकाएं कई दिनों से कलेक्टर ऑफिस के बाहर लगातार दिन-रात, शांति से आंदोलन कर रहे हैं. आंदोलनकारियों की मांग है कि पुलिस जब तक गुनाहगारों को पकड़कर योग्य सजा नहीं दिलाती, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा.
जैन समाज ने मुंबई के बोरीवली, देव नगर, गोरेगांव के जवाहर नगर, भायंदर के 52 जिनालय, दक्षिण मुंबई के नवजीवन एवं घाटकोपर, चिंतामणी सांघाणी व. अनेक श्वेतांबर मूर्ति पूजक जैन संघों के हजारों भक्तों की अनेक सभाओं में सभी समुदायों ग. पतिश्रीओं और पू. गुरु भग. की उपस्थिति इस घटना के विरोध में सभाओं का आयोजन किया गया. इन सभाओं में आगे की रणनीति को लेकर विचार-विमर्श किया गया.