राजस्थान प्रेस क्लब की प्रेस कॉन्फेंस में बोले राजस्थान के शिक्षा मंत्री
मुंबई। गुलामी के प्रतीकों और संस्कृति विरोधियों को इतिहास में महिमामंडित कर शिक्षा पाठ्यक्रमों में शामिल कर सफेद झूठ को सच बनाने की जो कोशिश की गई है उन्हे सरकार द्वारा संज्ञान में लिया जा रहा है और छात्रों को वास्तविक इतिहास की जानकारी को शामिल किया जा रहा है। जैसे पाठ्यक्रमों में अकबर को महान बताकर संस्कृति को विकृत करने वाले महामूर्ख है।
आततयी, लुटेरे अकबर और महान शूरवीर महाराणा प्रताप की तुलना नहीं हो सकती हैं। यह बात मुंबई में राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने राजस्थान प्रेस क्लब द्वारा आयोजित मीट द प्रेस कार्यक्रम में प्रवासी पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। प्रारंभ में प्रेस क्लब के अध्यक्ष कन्हैयालाल खंडेलवाल, संस्थापक जगदीश पुरोहित, कार्यकारी अध्यक्ष कुमार महादेव व्यास, सचिव व्यास कुमार रावल सहित सभी पत्रकारों ने स्वागत किया।
पत्रकारों से सवालों का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार के आने के बाद से प्रदेश में शिक्षा का परिदृश्य बदला है। छोटे से बड़े प्रत्येक दानदाता को सरकार द्वारा ज्ञान संपर्क पोर्टल से जोड़ा जाकर उनका सम्मान बढ़ाया है क्यों कि पूरे प्रदेश में चार सौ करोड़ से भी अधिक राशि का शिक्षा के क्षेत्र में दानदाताओं का योगदान है। राजस्थानी प्रवासियो की अपनी मातृभूमि के प्रति समर्पण की सराहना करते हुए मदन दिलावर ने कहा कि प्रायः यह धारणा बनी हुई है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ाई बराबर नही होती लेकिन हमने सरकार बनने के बाद कई नवाचार किए है जिससे यह धारणा बिलकुल गलत साबित होती है।
अध्यापकों को क्लास में मोबाइल लेकर जाना प्रतिबंधित किया गया है ताकि पढ़ाई डिस्टर्ब नहीं हो। संस्कार युक्त शिक्षा देने के लिए पाठ्यक्रमों और दैनिक गतिविधियों में कई परिवर्तन किए गए है। परीक्षा में विधार्थी को मिलने वाले अंकों के आधार पर संबंधित अध्यापक का भी अब मूल्यांकन किया जाकर उसकी पदोन्नति अथवा पदानावति का निर्णय लिया जाएगा। पूरे प्रदेश में शिक्षको के खाली पड़े सवा लाख पदों को भरने की कार्यवाही भी अमल में लाई जा रही है। क्षतिग्रस्त विद्यालय भवनों को रिपेयर भी त्वरित गति से करवाया जा रहा है। दानदाताओं द्वारा प्रदत्त धन के एक एक पैसे का सदुपयोग करने की गारंटी देने की स्थिति में है।
विद्यार्थियों के स्वास्थ्य, सुरक्षा आदि तथ्यों पर भी गंभीरता पूर्वक कार्य किया जा रहा है। नई तकनीकी से बालकों को शिक्षा देने हेतु आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तथा रोबोटिक इंजीनियरिंग का भरपूर उपयोग किया जा रहा है। आजकल तो नए बनने वाले विद्यालय भवनों को इस तरह हाइटेक किया जा रहा है कि बड़े बड़े निजी विद्यालय भी हर कसौटी पर सरकारी विद्यालयों की होड़ नही कर सकेंगे।
ये रहे उपस्थित :-
प्रेस कांफेंस में माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी, मेघराज धाकड़, सहायक निदेशक दिलीप परिहार सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे। प्रेस क्लब के अध्यक्ष कन्हैयालाल खंडेलवाल, संस्थापक जगदीश पुरोहित, कार्यकारी अध्यक्ष कुमार महादेव व्यास, सचिव व्यास कुमार रावल, हरीश राजावत, कृपा शंकर दवे, मनीष पालीवाल, वर्षित रांका, राहुल पारीक, डॉ प्रकाश सोनी, जितेंद्र सिंह राठौड़ आदि प्रवासी पत्रकारों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर शिक्षा मंत्री ने बड़ी संजीदगी से दिया।