जयपुर| दीपावली की शुरूआत से पहले ही विभिन्न योग-संयोग में रविवार को शहरवासियों ने वाहन, आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक सामान व प्रॉपर्टी आदि की खरीद की। धनतेरस से पहले विशेष माने जाने वाले पुष्य नक्षत्र के दौरान सुबह से शाम तक चारदीवारी सहित शहर के अन्य बाजारों में ग्राहकी परवान पर रही। साथ ही शहर के गणेश मंदिरों में भगवान गणपति का पंचामृत और दूध से अभिषेक कर मोदकों का भोग लगाया गया। श्रद्धालुओं ने शृंगार झांकी के दर्शन किए। नासिक ढोल, बैंन्ड, मारवाडी गैरनृत्य, रवडगवादी ढोल आदि अनेक वांजित्र नृत्यमंडलीयों का स्वागत सामैया में था।
इस मौके पर मोती डूंगरी स्थित गणेश मंदिर में महंत कैलाश शर्मा ने दूध, दही, घी, बूरा, शहद, केवड़ा-गुलाब जल व इत्र से अभिषेक कर भगवान को गंगाजल से स्नान कराया। इसके बाद उन्हें 1008 मोदक अर्पित कर खीर का भोग लगाया गया। गणपति को फूल बंगले में विराजमान किया गया। श्रद्धालुओं को रक्षा सूत्र बांध कर हल्दी की गांठ वितरित की गई। बड़ी संख्या में वाहन पूजन के लिए मंदिर पहुंचें।गलता गेट स्थित गीता गायत्री गणेश मंदिर में पंडित राजकुमार चतुर्वेदी ने प्रथम पूज्य का अभिषेक किया। इस मौके पर विशेष झांकी सजाई। चांदपोल स्थित परकोटे वाले गणेश मंदिर में भगवान गणेश का पंचामृत, फलों के रस और सुगंधित द्रव्यों से अभिषेक हुआ।
विशेष नक्षत्र में कई जगह हुए आयोजन
ब्रह्मपुरी स्थित नहर के गणेश मंदिर में महंत पंडित जय शर्मा के सान्निध्य में अभिषेक के बाद भगवान का विशेष शृंगार किया गया। सूरजपोल स्थित सिद्धि विनायक, बड़ी चौपड़ स्थित ध्वजाधीश गणेश, चौड़ा रास्ता स्थित काले गणेश व आगरा रोड सहित शहर के अन्य गणेश मंदिरों में भी भगवान का अभिषेक हुआ।