कोसेलांव – अशोककुमार फुटरमलजी कोठारी (कोसेलांव / चेन्नई) द्वारा परमात्मा महावीर ने फरमाया की हर आत्मा परमात्मा स्वरुप हैं. कर्मो के आवरण के कारण जीव संसार में है तथा राग द्वेष से मुक्त होकर वही जीव शीव पद प्राप्त कर सकता है कर्मो के आवरण के अलावा संसारी आत्मा एवं मुक्त परमात्मा में कोई विशेष फर्क नही है.
गांव कोसेलांव (जिला पाली- राजस्थान) में उनके द्वारा संचालित राम रसोड़े में मात्र ५ रुपये में भरपेट भोजन टिफिन सेवा द्वारा वितरित किया जाता है, शा अशोककुमार फुटरमलजी कोठारी परिवार द्वारा ३६ कौम के किसी भी व्यक्ति को जाति या धर्म के भेद भाव बिना यहाँ सेवा निरन्तर १५ वर्षों से दी जा रही हैं.
५ रुपये भी किसी के स्वाभिमान को ठेस न पहुंचे इसलिये रखे गये है, मगर यदि कोई ५ रुपये भी देने में सक्षम न हो तो भी उनको आदरपूर्वक भोजन करवाया जाता है.