जीवन में अच्छे अवसर तो सबके सामने आते हैं, लेकिन उनमें से कुछेक ही सफल हो पाते हैं। क्या आप जानना नहीं चाहेंगे कि ऐसा क्यों होता है? वो कौन-सी बातें हैं, जो वास्तव में उन्हें दूसरों से अलग करती हैं. आइए नजर डालते हैं सफल लोगों की कुछ अच्छी आदतों पर
1) जल्दी जागना
सफल लोग, सुबह जल्दी जागने का अभ्यास करते हैं, ताकि वे अपनी सुबह के घंटों का और अधिक उत्पादकता से इस्तेमाल कर सकें. असल में जब आप जल्दी उठते हैं, तो आपको उन चीजों को कटने के लिए अधिक समय मिलता है, जो आप शायद कटना चाहते हैं, लेकिन समय की कमी के कारण असमर्थ हैं. जल्दी जागने से आपको अपने विचारों को व्यवस्थित कटने, यहां तक कि अपने दिन की योजना बनाने के लिए अधिक समय मिलता है. आप अपने शरीर व दिमाग के लिए स्वस्थ गतिविधियों से जुड़ सकते हैं.
2) कल्पना शक्ति का उपयोग
सफल लोगों को पता है कि वे अपनी कल्पना का उपयोग भविष्य बनाने के लिए कैसे कर सकते हैं, बजाय इसके कि वे उन चीजों के बारे में सोचें औरकल्पना करें, जो वे नहीं चाहते हैं. कल्पना कटना, तेजी से किसी व्यक्ति की उपलब्धि और सफलता को बढ़ा सकता है यदि वह सुबह में कुछ मिनटों के लिए या बिस्तर पर जाने से पहले अपने सपने या इच्छा की कल्पना कटने के लिए तैयार है. ऐसा कटने का एक शक्तिशाली तटीका यह है कि मन को किसी उच्चतम लक्ष्य और इरादों की उपलब्धि की मजबूत तस्वीटों को रोजाना दिखाया जाए. ऐसा कटके अगर आप मन को प्रशिक्षित करें, तो यह आपको वह सफलता दिलाएगा जो आप चाहते हैं.
3) मानसिक समृद्धि के प्रयास
टीवी देखने, सोशल मीडिया पर लगातार स्क्रोल करते हुए समय बर्बाद कटने या काम टालते रहने के बजाय सफल लोग अपना समय ज्ञान और जुनून बढ़ाने वाली चीजों के बारे में पढ़ने और समझने में अधिक व्यतीत करते हैं. वे उन पुस्तकों और पत्रिकाओं को पढ़ना चुनते हैं, जो उनके जीवन को समृद्ध करते हैं, उनके आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं, उन्हें बड़ा सोचने के लिए प्रेटित कटते हैं और उन्हें अपने सपनों को वास्तविकता बनाने के लिए प्रेरित कटते हैं.
4) ध्यान में बैठना
सफल लोग मौन में बैठने के लिए समय निकालते हैं. शांत हो जाना, मौन में अकेले समय बिताना, खुद से जुड़ना हमारे शरीर, मन और समग्र दृष्टिकोण पर बहुत सकारात्मक प्रभाव डालता है. ध्यान में अपने विचारों के साथ अकेले होने से आप मन की स्पष्टता, एकाग्रता, आत्मविश्वास व शांति ला सकते हैं, जो हमें हमारे काम को अधिक कुशलतापूर्वक और प्रभावी ढंग से कटने में मदद करते हैं. इसीलिए अपनी दिनचर्या में कुछ समय इसे भी दें.
एक आदमी ने भगवान बुद्ध से पूछा, जीवन का मूल्य क्या है? बुद्ध ने उसे एक पत्थर दिया और कहा, जाओ और इस पत्थर का मूल्य पता कटके आओ, लेकिन ध्यान टखना, इसे बेचना नहीं है. वह आदमी पत्थर को बाजार में एक संतरे वाले के पास लेकर गया और बोला, इसकी कीमत क्या है ? संतरे वाला चमकीले पत्थर को देखकर बोला- ’12 संतटे ले जाओ और इसे यह मुझे दे दो. ‘आगे एक सब्जी वाले ने उस चमकीले पत्थर को देखा और कहा- ‘एक बोटी आलू ले जा और इस पत्थट को मेटे पास छोड़ जा.’ ह आदमी आगे
एक सोना बेचने वाले के पास गया और उसे पत्थर दिखाया सुनार उस चमकीले पत्थर को देखकट बोला-‘मुझे 50 लाख में बेच दो.
‘उसने मना कट दिया, तो सुनार बोला-‘2 कटोड़ में दे दो या तुम खुद ही बता दो इसकी कीमत क्या है, जो तुम मांगोगे, वह दूंगा.’ उस आदमी ने सुनार से कहा- मेटे गुर ने इसे बेचने से मना किया है. आगे वह आदमी हीटे बेचने वाले एक जौहटी के पास गया और उसे वह पत्थर दिखाया. जौहटी ने जब उस बेशकीमती रुबी को देखा, तो पहले उसने रुबी के लिए एक लाल कपड़ा बिछाया, फिर उस बेशकीमती रुबी की परिक्रमा लगाई, माथा टेका. फिर जौहटी बोला- ‘कहां से लाया है ये बेशकीमती रुबी ? साटी कायनात, साटी दुनिया को बेचकर भी इसकी कीमत नहीं लगाई जा सकती, ये तो बेशकीमती है.’
वह आदमी हैरान-परेशान होकर सीधे बुद्ध के पास आया. अपनी आपबीती बताई और बोला- ‘अब बताओ भगवान, मानवीय जीवन का मूल्य क्या है? बुद्ध बोले-संतरे वाले को दिखाया तो उसने इसकी कीमत ’12 संतरे की बताई. सब्जी वाले के पास गया तो उसने इसकी कीमत 1 बोटी आलू’ बताई. आगे सुनाट ने इसकी कीमत 2 करोड़ बताई और जौहटी ने इसे ‘बेशकीमती’ बताया. अब ऐसा ही मानवीय मूल्य का भी है. तू बेशक हीटा है ..! लेकिन, सामने वाला तेटी कीमत, अपनी औकात, अपनी जानकारी, अपनी हैसियत से
लगाएगा. घबराओ मत, दुनिया में तुझे पहचानने वाले भी मिल जाएंगे.