पाली – श्रीयादे मंदिर सामाजिक विकास संस्थान व प्रजापति समाज नवपट्टी की ओर से श्रीयादे माता मंदिर की 17वीं वर्षगांठ पर प्रथम सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किया गया. इसमें तुलसी विवाह सहित 14 जोड़े परिणय सूत्र में बंधें. कार्यक्रम के दौरान आयोजकों ने 400 भामाशाहों को सम्मानित किया.
सम्मेलन में वर-वधु पक्ष से एक भी रुपया विवाह शुल्क के रुप में नहीं लिया गया और समाज बंधुओं के सहयोग से सामूहिक विवाह सम्मेलन सम्पन्न करवाया गया. कार्यक्रम को लेकर सुबह मन्त्रोच्चार के साथ हवन व मंदिर शिखर पर ध्वजारोहण हुआ. इसके बाद् 14 जोड़ों का पाणिग्रहण संस्कार विद्वान पंडितों ने करवाया.
अग्नि को साक्षी मानकर वर-वधु ने हजारों समाज बंधुओं की मौजूदगी में सात फेरे लिए और जीवन भर के लिए एक – दूजे का हाथ थामा समारोह में मंदिर अध्यक्ष बस्तीमल ब्रांधना व विवाह समिति अध्यक्ष ओमप्रकाश ब्रांधना ने कहा कि सामूहिक विवाह के सम्मेलन के आयोजन से समाज में आपसी समरसता और भाईचारा को बढ़ावा मिलता है. कोषाध्यक्ष भैरुलाल हिकोडिया ने कहा कि ऐसे आयोजनों से समाज में हो रही फिजूल खर्ची पर भी अंकुश लगता है. इस मौके पर नवपट्टी व श्रीयादे मंदिर के अध्यक्ष व पोतेदार का माला, साफा व मोमेंटो से सम्मानित किया गया. समारोह में महाप्रसादी का भी आयोजन किया.