भीलवाड़ा, 12 सितंबर 2024: जिले के मेवाड़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स के सभागार में आज एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता जिला कलेक्टर नमित मेहता ने की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य ‘राइजिंग राजस्थान 2024‘ कार्यक्रम की तैयारी और इसकी योजना को लेकर चर्चा करना था।
जिला कलेक्टर नमित मेहता ने बैठक के दौरान बताया कि राजस्थान सरकार द्वारा ‘राइजिंग राजस्थान 2024‘ कार्यक्रम का आयोजन 9 से 11 दिसंबर 2024 तक किया जाएगा। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य राज्य में देश-विदेश के निवेशकों को आकर्षित करना और उनके साथ विभिन्न समझौतों (एमओयू) पर हस्ताक्षर करना है। यह कार्यक्रम राजस्थान की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने और राज्य में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है।
बैठक में यह भी तय किया गया कि ‘राइजिंग राजस्थान 2024‘ के जिला स्तरीय कार्यक्रम पूरे राज्य के विभिन्न जिलों में आयोजित किए जाएंगे। इन जिला स्तरीय कार्यक्रमों का उद्देश्य स्थानीय उद्यमियों और निवेशकों को शामिल करना और उन्हें इस बड़े कार्यक्रम का हिस्सा बनाना है। जिला कलेक्टर ने सभी औद्योगिक संगठनों और उद्यमियों से आग्रह किया कि वे अधिक से अधिक एमओयू करने में सहयोग करें और कार्यक्रम की सफलता में योगदान दें।
आर के जैन, जो औद्योगिक संघ मेवाड़ चैम्बर के प्रतिनिधि हैं, ने बैठक में उपस्थित सभी संगठनों और उद्यमियों से अपील की कि वे इस अवसर का लाभ उठाएं और अधिक से अधिक एमओयू पर हस्ताक्षर करें। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम न केवल राजस्थान की औद्योगिक छवि को मजबूत करेगा, बल्कि नए निवेश और विकास के अवसर भी प्रदान करेगा।
बजट घोषणा 2024 में भी कुछ महत्वपूर्ण नीतियों की घोषणा की गई है। इन नीतियों में नई औद्योगिक नीति, राजनिवेश नीति, एक जिला एक उत्पाद नीति, और एमएसएमई नीति शामिल हैं। इन नीतियों का उद्देश्य उद्योगों की सुविधा बढ़ाना, निवेशकों को प्रोत्साहित करना और स्थानीय उद्यमियों को बेहतर अवसर प्रदान करना है।
भीलवाड़ा जिले में विशेष रूप से टैक्सटाइल पार्क और नए औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना की घोषणा की गई है। यह कदम जिले में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने और रोजगार के नए अवसर पैदा करने के लिए उठाया गया है। टैक्सटाइल पार्क की स्थापना से न केवल कपड़ा उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि इससे स्थानीय युवाओं के लिए भी रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
बैठक में विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया, जिनमें रीको के एजीएम पीआर मीना, वाणिज्य कर विभाग से छैलू छाजर, प्रदूषण नियंत्रण विभाग से हितेश उपाध्याय, एवीवीएनएल से अधीक्षक अभियंता वीके संचेती, लघु उद्योग भारती से सुमित जागेटिया, और सुवाणा लघु उद्योग संघ से अरविंद पोखरना शामिल थे। इसके अलावा, संगम इंडिया लिमिटेड, जानकी कॉर्पोरेशन, और सुदिवा स्पीनर्स जैसे प्रमुख उद्यमियों ने भी बैठक में हिस्सा लिया। इन सभी ने अपने-अपने विभागों और संगठनों की ओर से कार्यक्रम की सफलता में सहयोग करने की प्रतिबद्धता जताई।
बैठक के दौरान, यह भी चर्चा की गई कि विभिन्न विभाग जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, ऊर्जा, पर्यटन, पर्यावरण, श्रम, कौशल विकास, यूडीएच, राजस्व, कृषि, और खान विभाग नए निवेशकों के साथ एमओयू करेंगे। इन विभागों की सक्रिय भागीदारी से कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित की जाएगी और राज्य में निवेश को आकर्षित किया जाएगा।
इस बैठक का प्रमुख उद्देश्य ‘राइजिंग राजस्थान 2024′ कार्यक्रम को सफल बनाना और राज्य में औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करना था। जिला कलक्टर नमित मेहता ने सभी उद्यमियों और औद्योगिक संगठनों से सहयोग की अपील की और कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
सारांश में, ‘राइजिंग राजस्थान 2024‘ एक प्रमुख पहल है जो राजस्थान की औद्योगिक और आर्थिक स्थिति को नई ऊँचाइयों पर ले जाने का प्रयास करेगी। 9-11 दिसंबर 2024 को होने वाले इस कार्यक्रम में राज्य और देश-विदेश के निवेशकों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। इस अवसर का लाभ उठाते हुए राज्य में नए औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना और निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे आर्थिक विकास की गति और तेज होगी।